सोशल मीडिया पर ट्रोल होते मां वाले मीम्स की भी एक अपनी फैन फोलोइंग है और बच्चों के साथ-साथ हर मां भी इन्हें पसंद करती है !
इन्हीं मीम्स को समर्पित मदर्स डे की यह कविता ….
मुझे ये मीम्स वाली मां बहुत भाती है
जो हर सुबह पंखा-कूलर-एसी
बंद कर बच्चों को उठाती है
चलना सीखते ही बच्चों से
धनिया मंगवाती है
7 बजे उठाने को बोलो तो ,
5 बजे ही,8 बज गए चिल्लाती है !
खुद को ज़रा सी ठंड लगते ही
‘ बस बेटा स्वैटर पहन लो
की रट लगाती है !’
छींक आने पर भी
‘तू तो बस मोबाइल को आग लगा दे!’
की सलाह दे जाती है !
गल्ती ज़रा सी होने पर
‘फ्लाइंग चप्पल रिसीव ‘करवाती है!’
होस्टल से लौटने पर पहले
दो दिन पकवान खिला
फिर रोज़ फ्रिज में से खाना ढुंढवाती है !
लेकिन कुछ भी कहो , मुझे तो ये
मीम्स वाली खट्टी-मिट्ठी
मां बहुत पसंद आती है!
इस कविता को लिखने की प्रेऱणा जिन मीम्स से मिली ,उन्हें यहां शेयर कर रही हूं |
और उम्मीद करती हूं कि इन मीम्स में छिपी वो ममता वाली भावना आपको ज़रूर पसंद आएगी!
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