हम सभी को जीवन में कभी न कभी कोई न कोई एक ऐसा खास शख्स अवश्य ही मिलता है जो मिलते ही हमारी पूरी जिंदगी बन जाता है |
फिर अचानक किसी दिन जब वो बिन बताए हमारे जीवन से चला जाता है तो ….. ?
तो कुछ नहीं , बस , उसको हृदय से धन्यवाद दीजिए !
जाओ और
आभार तुम्हारा जो तुमने अपने प्रेम से सींचकर
मेरे हृदय में प्रेम का बीज अंकुरित किया !
दिल से तुम्हारा आभार !
अब इसी आभार श्रंख्ला को आगे ले जाते हुए मैं भी
किसी के हृदय नें प्रेम के बीज को सींचकर अंकुरित करूंगी !
जानती हूं कि दिल में मेरे लिए तुम हमेशा वहीं रहोगे !
और इसकी मुझे खुशी भी है !
हां , यदि मेरी याद में कभी व्यथित हो उठो
तो मुझे आवाज़ देकर बुला लेना !
मैं आ जाऊंगी क्योंकि
आभार जो है तुम़्हारा कि तुमने
अपने प्रेम से सींचकर मेरे हृदय में प्रेम का बीज अंकुरित किया !
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